किसानों को मिलने लगे हैं फार्मर आईडी नंबर, ऐसे चेक करें अपना आईडी स्टेटस Farmer ID numbers

Farmer ID numbers कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य के सभी किसानों के लिए ‘किसान पहचान संख्या’ (फार्मर आईडी नंबर) अनिवार्य कर दिया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे और सरलता से पहुंचाना है। आइए इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में विस्तार से जानें।

एग्रिस्टैक योजना: एक परिचय

एग्रिस्टैक योजना महाराष्ट्र सरकार की एक अभिनव पहल है, जिसकी घोषणा पिछले नवंबर में की गई थी। इस योजना के अंतर्गत, आधार कार्ड और पैन कार्ड की तरह, अब किसानों को एक विशिष्ट किसान पहचान संख्या प्रदान की जाएगी। यह पहचान संख्या किसानों के आधार क्रमांक, बैंक खाते और उनकी कृषि संबंधी सभी जानकारियों को एक साथ जोड़ेगी।

किसान पहचान संख्या के लाभ

इस पहल के कई महत्वपूर्ण लाभ हैं:

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  1. सरकारी योजनाओं का सरल लाभ: किसान पहचान संख्या के माध्यम से, सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी जटिलता के सीधे किसानों तक पहुंचेगा।
  2. बिचौलियों की भूमिका में कमी: इस प्रणाली से बिचौलियों की भूमिका कम होगी, जिससे भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी की संभावना घटेगी।
  3. केवाईसी की सरलता: एक बार पहचान संख्या जारी होने के बाद, किसानों को बार-बार केवाईसी करवाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
  4. पीएम किसान योजना की सत्यापन प्रक्रिया में सरलता: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि की सत्यापन प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी।
  5. परिवार के सभी सदस्यों का डेटा एकीकरण: इस योजना के तहत, किसानों के परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड को लिंक करना आवश्यक होगा, जिससे सभी सरकारी योजनाओं का लाभ परिवार के सभी सदस्यों तक पहुंच सके।

पंजीकरण की स्थिति जांचने की प्रक्रिया

कई किसानों ने पहले ही फार्मर आईडी के लिए पंजीकरण करवा लिया है और उन्हें मोबाइल पर पहचान संख्या के संदेश मिलने शुरू हो गए हैं। यदि आपको अभी तक संदेश नहीं मिला है और आप अपने आवेदन की स्थिति जानना चाहते हैं, तो निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करें:

  1. सबसे पहले, आधिकारिक वेबसाइट https://mhfr.agristack.gov.in/farmer-registry-mh/#/checkEnrolmentStatus पर जाएं।
  2. वेबसाइट पर आपको ‘एनरोलमेंट आईडी’ और ‘आधार नंबर’ दो विकल्प दिखाई देंगे।
  3. इन दोनों विकल्पों में से, जो भी आपके पास उपलब्ध है, उसके आगे के गोल बटन पर क्लिक करें।
  4. चुने गए विकल्प के अनुसार, नीचे दिए गए बॉक्स में अपना नंबर दर्ज करें।
  5. फिर ‘चेक’ बटन पर क्लिक करें।
  6. इसके बाद आपको अपने आवेदन की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
  7. यदि आपका आवेदन अभी प्रक्रिया में है, तो ‘पेंडिंग’ दिखाई देगा, और यदि आवेदन स्वीकृत हो गया है, तो 11 अंकों का केंद्रीय आईडी नंबर के साथ ‘एप्रूव्ड’ स्टेटस दिखाई देगा।

एग्रिस्टैक: डिजिटल कृषि का भविष्य

एग्रिस्टैक योजना का उद्देश्य केवल किसानों को पहचान संख्या प्रदान करना ही नहीं है, बल्कि यह भारत के कृषि क्षेत्र में डिजिटल क्रांति लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के माध्यम से, सरकार किसानों के डेटा का डिजिटलीकरण कर रही है, जिससे:

  1. नीतिगत निर्णय: सरकार कृषि क्षेत्र के लिए बेहतर नीतिगत निर्णय ले सकेगी।
  2. लक्षित हस्तक्षेप: किसानों की आवश्यकताओं के अनुसार लक्षित हस्तक्षेप संभव होंगे।
  3. कृषि अनुसंधान: वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को बेहतर कृषि अनुसंधान के लिए आवश्यक डेटा उपलब्ध होगा।
  4. बाजार जुड़ाव: किसानों का बाजार से सीधा जुड़ाव सुनिश्चित होगा, जिससे बिचौलियों की भूमिका कम होगी और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा।

किसानों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

  1. समय पर पंजीकरण: यदि आपने अभी तक पंजीकरण नहीं किया है, तो जल्द से जल्द करवा लें क्योंकि अब सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान पहचान संख्या अनिवार्य कर दिया गया है।
  2. सभी दस्तावेज तैयार रखें: पंजीकरण के समय आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, भूमि रिकॉर्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेजों को तैयार रखें।
  3. नियमित अपडेट: अपने आवेदन की स्थिति की नियमित जांच करते रहें और किसी भी अपडेट के लिए सरकारी सूचनाओं पर नज़र रखें।
  4. सहायता लें: यदि पंजीकरण प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो स्थानीय कृषि कार्यालय या हेल्पलाइन से संपर्क करें।

एग्रिस्टैक और भारत का डिजिटल कृषि मिशन

महाराष्ट्र का एग्रिस्टैक प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के ‘डिजिटल कृषि मिशन’ का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाना और किसानों को सशक्त बनाना है। इस मिशन के तहत, देशभर के किसानों के लिए एक एकीकृत डेटाबेस तैयार किया जा रहा है, जिससे:

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  1. फसल बीमा: फसल बीमा दावों का तेजी से निपटारा हो सकेगा।
  2. वित्तीय सहायता: विभिन्न कृषि योजनाओं के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता सीधे किसानों के खातों में पहुंचेगी।
  3. कृषि परामर्श: मौसम, फसल स्थिति, कीट प्रबंधन आदि के बारे में समय पर सलाह मिलेगी।
  4. बाजार जानकारी: विभिन्न बाजारों में फसलों के मूल्य, मांग और आपूर्ति की जानकारी मिलेगी।

महाराष्ट्र सरकार की एग्रिस्टैक योजना राज्य के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल सरकारी योजनाओं के लाभ को सुनिश्चित करेगी, बल्कि किसानों को डिजिटल युग में प्रवेश करने में भी मदद करेगी। किसान पहचान संख्या के माध्यम से, किसानों के लिए विभिन्न सेवाओं और सुविधाओं तक पहुंच आसान हो जाएगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि और जीवन स्तर में सुधार होगा।

यह पहल भारत सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘किसानों की आय दोगुनी’ के लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। आने वाले समय में, ऐसी और भी पहलें देखने को मिलेंगी, जो भारतीय कृषि को और अधिक आधुनिक, कुशल और लाभदायक बनाएंगी।

सभी किसानों से अनुरोध है कि वे इस पहल का लाभ उठाएं और अपना पंजीकरण जल्द से जल्द पूरा करें, ताकि वे सरकारी योजनाओं के लाभों से वंचित न रहें।

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