अच्छी खबर! सोने की कीमतों में गिरावट; आज के भाव जानें Gold prices fall

Gold prices fall नई दिल्ली। सोने के दाम में लगातार हो रही तेज़ी पर अंकुश लग गया है। शुक्रवार, 21 फरवरी 2025 को सोने के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले कुछ दिनों से सोने के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए थे, लेकिन आज बाज़ार में मंदी का रुख देखने को मिला है।

गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीतियों से जुड़ी खबरों के चलते सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने का आकर्षण बढ़ा था, जिससे सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया था। हालांकि, शुक्रवार को इसमें गिरावट आई है।

विभिन्न कैरेट के सोने के दाम में गिरावट

24 कैरेट सोने के दाम

24 कैरेट सोने के दाम में प्रति 100 ग्राम 290 रुपये की गिरावट आई है। इसके फलस्वरूप 100 ग्राम सोने का दाम 8,80,400 रुपये से घटकर 8,77,500 रुपये हो गया है। 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम अब 87,750 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है।

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विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में आई अस्थिरता का प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर सूचकांक में आए बदलाव और केंद्रीय बैंकों के मौद्रिक नीति फैसलों के कारण सोने के दाम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।

22 कैरेट सोने के दाम

22 कैरेट सोने के दाम में प्रति 100 ग्राम 450 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। इससे 100 ग्राम सोने का दाम 8,07,000 रुपये से घटकर 8,02,500 रुपये हो गया है। 10 ग्राम 22 कैरेट सोने का दाम भी 450 रुपये कम होकर 80,700 रुपये से 80,250 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है।

आभूषण विक्रेताओं के अनुसार, शादी-विवाह के मौसम में 22 कैरेट सोने की मांग अधिक रहती है, लेकिन बढ़ते दामों के कारण ग्राहकों की संख्या में कमी आई है। हालांकि, इस गिरावट से बाजार में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

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18 कैरेट सोने के दाम

18 कैरेट सोने के दाम में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई है। प्रति 100 ग्राम 3,700 रुपये की गिरावट आई है। इससे 100 ग्राम 18 कैरेट सोने का दाम 6,60,300 रुपये से घटकर 6,56,600 रुपये हो गया है। 10 ग्राम 18 कैरेट सोने का दाम 370 रुपये घटकर 66,030 रुपये से 65,660 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि आधुनिक डिजाइन के आभूषणों में 18 कैरेट सोने का इस्तेमाल अधिक होता है, और युवा पीढ़ी इन्हें पसंद करती है। कीमतों में आई इस गिरावट से युवाओं के बीच सोने के आभूषणों की मांग में वृद्धि होने की संभावना है।

वैश्विक कारक और भारतीय बाजार

वैश्विक स्तर पर अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े, फेडरल रिजर्व की नीतिगत दरों में बदलाव और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नई व्यापार नीतियां सोने के दामों को प्रभावित कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प प्रशासन की टैरिफ नीतियों से वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता बढ़ी है, जिससे निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोने की ओर आकर्षित हुए थे।

भारतीय सराफा बाजार संघ के प्रवक्ता अनिल खन्ना ने बताया, “पिछले कुछ हफ्तों में सोने के दाम में लगातार तेज़ी देखी गई थी, जो वैश्विक अनिश्चितता और त्योहारी मांग के कारण थी। लेकिन अब कीमतों में थोड़ी स्थिरता आ रही है, जो उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है।”

चांदी के दाम में भी बदलाव

सोने के साथ-साथ चांदी के दाम में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। शुक्रवार को चांदी के दाम में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। 1 किलो चांदी का दाम 1,03,500 रुपये से घटकर 1,02,800 रुपये हो गया है, जो लगभग 700 रुपये की कमी दर्शाता है।

व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार, औद्योगिक उपयोग के लिए चांदी की मांग में कमी आने से इसके दाम में गिरावट आई है। हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में चांदी की मांग के कारण कीमतों में बड़ी गिरावट नहीं हुई है।

निवेशकों के लिए क्या हैं विकल्प?

वित्तीय सलाहकार अरुण शर्मा का कहना है, “वर्तमान परिस्थितियों में, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए सोने और चांदी का एक हिस्सा जरूर रखना चाहिए। हालांकि, वर्तमान कीमतों पर बड़े पैमाने पर खरीदारी करने से पहले बाजार की स्थिति का अध्ययन करना आवश्यक है।”

उन्होंने आगे सुझाव दिया, “गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भी अच्छे विकल्प हैं, खासकर उन निवेशकों के लिए जो भौतिक सोने की सुरक्षा और भंडारण की चिंता से बचना चाहते हैं।”

आम आदमी पर असर

सोने और चांदी के दामों में आई गिरावट का सबसे अधिक प्रभाव आम उपभोक्ताओं पर पड़ेगा, विशेषकर उन पर जो शादी-विवाह के अवसरों के लिए आभूषण खरीदने की योजना बना रहे हैं।

मुंबई के प्रसिद्ध जौहरी राजेश मेहता ने बताया, “शादी के सीजन में ग्राहकों की संख्या बढ़ी है, लेकिन बजट की चिंता के कारण कई लोग खरीदारी टाल रहे थे। अब कीमतों में आई इस गिरावट से उम्मीद है कि खरीदारी में तेजी आएगी।”

दिल्ली की निवासी सुनीता शर्मा, जो अपनी बेटी की शादी के लिए आभूषण खरीदने की योजना बना रही हैं, ने कहा, “पिछले महीने से हम कीमतों में कमी का इंतजार कर रहे थे। अब थोड़ी राहत मिली है, इसलिए हम जल्द ही खरीदारी करेंगे।”

आगामी रुझान क्या हो सकते हैं?

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में सोने और चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियां कीमतों को प्रभावित करती रहेंगी।

प्रमुख वित्तीय संस्थान एक्सिस कैपिटल के विश्लेषक प्रदीप गुप्ता ने बताया, “मार्च 2025 तक सोने के दाम 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं। लेकिन इसमें अल्पकालिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “चांदी के मामले में, औद्योगिक मांग और निवेश मांग दोनों ही कीमतों को प्रभावित करेंगे। अगले तिमाही में चांदी 1,10,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है।”

सोने और चांदी के दामों में आई यह गिरावट अल्पकालिक राहत प्रदान कर सकती है, विशेषकर शादी के मौसम में। हालांकि, वैश्विक अनिश्चितता और बदलती आर्थिक परिस्थितियों के कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। निवेशकों और खरीदारों को बाजार की स्थिति का सावधानीपूर्वक अध्ययन करके ही निर्णय लेना चाहिए।

सोने और चांदी भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं और समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं। आर्थिक उतार-चढ़ाव के बावजूद, इनका महत्व हमेशा बना रहेगा। निवेशकों और आम उपभोक्ताओं के लिए यह बाजार अवसर और चुनौतियां दोनों प्रदान करता रहेगा।

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